रविवार, 21 सितंबर 2008

अभीष्ट देवताओं का आकर्षण

अभीष्ट देवताओं का आकर्षण
"ॐ हुं स्वाहा। ॐ वं स्वाहा। ॐ अमुकं देवतायै नमः। ॐ ह्रीं क्रीं भेरवाय ॐ फट् फट् स्वाहा।"
विधिः- देवता को प्रसन्न करने के लिए उक्त मन्त्र का प्रतिदिन १२१ बार जप करे। 'अमुक' के स्थान में अपने अभीष्ट देव का नाम लें।

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